ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और ये भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
ये मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है, जो भगवान शिव का एक भयावह रूप है।
शिप्रा नदी के किनारे एक पवित्र स्नान घाट है जहां लोग पवित्र स्नान करते हैं।
ये महल शिप्रा नदी के किनारे स्थित है और आस-पास की ख़ूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
ये प्राचीन आश्रम है जहां भगवान कृष्ण और सुदामा की शिक्षा मिली थी। ये इतिहास और पुराणिक महत्व रखता है।
ये मंदिर अपने वास्तु शिल्प और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
ये मंदिर धार्मिक महत्व और जालीदार वास्तु शिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और हिंदू पुराणों के अनुसार ये मंगल का जन्म स्थल है।